मेरे उठते जनाजे का नज़ारा देख वो रोयेगा उस दिन,
मै छोड़ कर ये हँसती दुनिया चला जाऊंगा जिस दिन.
कैसे अपने बहते आंसुओ की बुँदे थाम लेगी वो,
कलम छूट जायेगी हमेशा के लिये हाथों से जिस दिन.
न गुज़ेगी ये आवाज़ उसके प्यार के गीतों से फिर,
मेरे नगमों की बयानगी खामोश हो जायेगी जिस दिन.
मेरी तो उम्र गुजर जायेगी यू नाउम्मीद शायर बन कर,
याद उसे आऊंगा कदमों के निशा मिट जायेंगे जिस दिन.
कौन यहाँ से न गया, मैंने भी जाना है एक दिन,
पर आँखों में चेहरा लबो पे नाम छोड़ जाऊंगा उस दिन.
कौन यहाँ से न गया, मैंने भी जाना है एक दिन,
ReplyDeleteपर आँखों में चेहरा लबो पे नाम छोड़ जाऊंगा उस दिन.....
bahut badhiya ....lajavaab rachnaye ......
blog ko padhkar accha laga ..har rang har bhav samete hue apki lekhni ko salaam ....best wishes
bahut hi udaas si aur pyaari si rachna ....
ReplyDeletebehad shandar...
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